पलवल हसनपुर (मुकेश वशिष्ट) 07 जून :- स्वास्थ्य विभाग से पहली जुलाई से करीब 15 हजार ठेका कर्मचारियों की नौकरी से निकलने के खिलाफ रविवार को ठेका कर्मचारियों ने सामान्य जिला हस्पताल में आक्रोश प्रदर्शन किया। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की जिला कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनवारी लाल की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रर्दशन में सभी पीएचसी व सीएचसी और जरनल हस्पताल के सैकड़ों की तादाद में ठेका कर्मचारियों ने भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग ने पहली जुलाई से सालों से कार्यरत 3200 सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से निकाल कर होमगार्ड को लगाने और बाकी पदों पर कई कई सालों से काम कर रहे ठेका कर्मचारियों को निकाल कर नए कर्मचारियों को लगाने के लिए महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा द्वारा 17 फरवरी को जारी गाइडलाइंस के अनुसार टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके खिलाफ सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा आंदोलन चलाए हुए हैं।
प्रर्दशन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, जिला प्रधान राजेश शर्मा, सचिव योगेश शर्मा,ब्लाक अध्यक्ष राजकुमार डागर व सीआअईटीयू के जिला अध्यक्ष श्रीपाल सिंह भाटी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन से राकेश तंवर आदि मौजूद थे। प्रर्दशन के बाद स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नाम सम्बधीत ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया। प्रर्दशन में फूलप्रुफ सिक्योरिटी देने के लिए सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर होमगार्ड को विभाग में लगाने के विभाग के मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया गया। प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि आंदोलन के अगले चरण में सभी विधायकों के आवासों पर प्रर्दशन कर छंटनी के खिलाफ ज्ञापन सौप कर छंटनी पर रोक लगाने की मांग की जाएगी।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर सरकार ने पहली जुलाई को किसी भी कर्मचारी को नौकरी से निकाला तो सभी ठेका कर्मचारी कार्य बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे। जिसकी हर प्रकार की जिम्मेदारी सरकार व स्वास्थ्य विभाग की होगी। उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों, नर्सों व मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ को कोरोना योद्वा बताकर करोड़ों रुपए खर्च कर हेलीकॉप्टरों से पुष्प वर्षा, थालियां बजवाने और दीये चलाने का ढोंग कर रही है |
दुसरी तरफ पिछले 6 महीने से अपनी जान को जोखिम में डालकर कोविड 19 के खिलाफ जंग लड़ने वाले डाक्टरों के मददगार सिक्योरिटी गार्ड, सफाई कर्मचारियों,वार्ड सर्वेंट, धोबी, लिफ्ट मेन,कम्पुयटर आपरेटर, इलेक्ट्रीशियन,पलंम्बर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आदि पदों पर सालों से काम करने वाले दस हजार से ज्यादा ठेका कर्मचारियों को 1 जुलाई से नौकरी से निकालने पर तुली हुई है। जिसको किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार व हेल्थ विभाग द्वारा इस मामले में निरंतर प्रकाशित हो रही खबरों पर चुप्पी साध लेने से करीब 15 हजार कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय है। उनकी 30 जून से छंटनी कर दी जाएगी।
जिला कमेटी का किया गया गठन :- प्रर्दशन में सदस्यीय जिला सांगठनिक कमेटी का गठन किया गया। जिसमें मुख्य कनवीनर देवेन्द्र अलावलपुर,सुरज पहलवान औरंगाबाद, कनविनियर मोहित औरंगाबाद, रणजीत दुधौला, कृष्ण हथीन, गोपाल होडल,सुधीर सौन्द,मोनू अलावलपुर, नरदेव पलवल, प्रहलाद पलवल, सुमन पलवल आदि का चुनाव किया गया।
इसके अलावा पलवल जिले की छ: CHC और चौदह PHC से सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए।